डॉ परमार की 117 वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली गांव चन्हालग में जिलाधीश सिरमौर सुमित खिमटा के कर कमलों द्वारा किया जाएगा ऑडियो का विमोचन
लोकगायक अरुण आर्यन व कमलेश ठाकुर ने इस लोकगीत को दी हे आवाज
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ
हिमाचल प्रदेश के निर्माता डॉ यशवन्त सिंह परमार के जीवन परिचय को छू लेने वाली रचना को लोक गीत के रूप में सैनधार लोक कला मंच के बेनर तले निकाला गया है। जिसका विमोचन उनकी 117 वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली गांव चन्हालग में जिलाधीश सिरमौर सुमित खिमटा के कर कमलों द्वारा किया जाएगा।
डॉ परमार के जीवन से जुड़ी इस रचना को निशी कान्त सौमित्र ने लिखा है। लोकगायक अरुण आर्यन व कमलेश ठाकुर ने इस लोकगीत को आवाज के सुरों में पिरोया है। वहीँ बांसुरी की धुन हरि दत्त भारद्वाज तथा ढोलक पर थाप लगाईं मनीष मनु ने। इसके निर्देशक दिनेश ठाकुर व उत्तम सिंह का विशेष सहयोग रहा है। इसके निर्माता लोक कला मंच के अध्यक्ष व संस्थापक नरवीर पंवार हैं। इस लोकगीत को प्रदीप शर्मा द्वारा सेवन सोल मेलोडी स्टूडियो में संकलित किया गया है। सैनधार लोक कला मंच द्वारा 4 अगस्त 2023 को इस लोकगीत को परमार जी के सम्मान में जनता को समर्पित किया जाएगा।
लोक कला मंच के अध्यक्ष व संस्थापक नरवीर पंवार ने बताया कि इस रचना का अभी ऑडियो निकाला गया है जिसका विमोचन डॉ परमार की 117 वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली गांव चन्हालग में जिलाधीश सिरमौर सुमित खिमटा द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके विडिओ की अभी सूट किया जायेगा।