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पर्यटन, वन और जल से हिमाचल प्रदेश बनेगा आत्मनिर्भर- केहर सिंह खाची

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हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डाक्टर वाई एस परमार को भी किया याद
भारी वर्षा से वन संपदा को हुये नुकसान का जायजा लेने राजगढ़ पहुंचे वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिहं खाची
राजगढ़ क्षेत्र मे भारी वर्षा व भूस्खलन से वन संपदा को हुए नुकसान का लिया जायजा

समाचार दृष्टि ब्यूरो/राजगढ़

पर्यटन वन व जल से हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है यह बात हि.प्र. वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची ने सिरमौर में भारी बारिश से वन संपदा को हुए नुकसान का जायजा लेने आज राजगढ़ पंहुचने पर यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही।

खाची ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु के निर्देश पर वह वन संपदा के नुकसान की जानकारी हासिल करने के लिए प्रदेश के सोलन शिमला व सिरमौर जिले का दौरा कर रहे है । और आज राजगढ़ क्षेत्र के प्रवास पर आये हैं। उन्होंने कहा कि वन संपदा को हुये नुकसान की जानकारी हासिल कर वह दौरे की रिपोर्ट से मुख्यमंत्री को अवगत करवायेंगे। इस मोका पर खाची हिमाचल के प्रथम मुख्यमंत्री व हिमाचल निर्माता को भी याद करना नही भूले ।

खाची ने कहा कि अगर डाक्टर वाई एस परमार ना होते तो हिमाचल ना होता और डाक्टर वाई एस परमार की दूर दर्शी सोच के परिणाम स्वरुप ही आज हिमाचल प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है ।और आज संयोग की बात है कि आज उनकी जंयती है और आज ही उनका डाक्टर परमार के गृह क्षेत्र पच्छाद विधानसभा क्षेत्र का दौरा हुआ उन्होंने इससे पहले यहा डाक्टर वाई एस परमार की जंयती पर पौध रौपण भी किया ।

केहर सिंह खाची ने कहा कि भारी बारिश से प्रदेश में करोड़ों-अरबों रुपये का नुकसान हुआ है जिसमें वन भूमि भी शामिल है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण वन्य भूमि का अत्याधिक कटाव हुआ है जिससे वन संपदा को बहुत नुकसान हुआ है।

उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सभी प्रशासनिक, लोक निर्माण व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि भारी बारिश के कारण बंद सड़कों को तुरंत खोला जाये। सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राहत राशि को समय पर प्रभावितों तक पहुंचाया जाये। उन्होंने कहा कि नुकसान तथा राहत राशि की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों से भी प्राप्त की जा रही है।

खाची ने कहा कि भारी बारिश के कारण प्रदेश में आई आपदा को देखते हुए जान-माल के लिये खतरनाक पेड़ों को नियमानुसार तुरंत हटाने अथवा इनकी छंटाई के निर्देश दिये गये हैं।

खाची ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन, वन और जल की अच्छी परियोजनाओं से प्रदेश आत्म निर्भर बन कर उभरेगा। इससे जहां प्रदेश की आर्थिक दशा सुदृढ़ होगी । पत्रकार वार्ता में खाची भाजपा पर भी जमकर बरसे खाची ने कहा कि आज प्रदेश प्राकृतिक आपदा से गुजर रहा है । और प्रदेश के भाजपा नेता इस पर भी राजनीति कर रहे है । और केद्र सरकार से अभी तक कोई आर्थिक सहायता नही मिल पाई है जबकि संकट की इस घड़ी में केद्र सरकार को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिये ।

इस अवसर पर विरोजा छेवक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल भी केहर सिहं खाची से मिला और अपनी समस्याओं से उन्हे अवगत कराया खाची ने आश्वासन दिया की उनकी समस्याओं की जल्द समाधान किया जाएगा ।यहा पंहुचने पर खाची का भव्य स्वागत किया । विरोजा छेवक संघ राजगढ़ ने खाची को शाल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया ।

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