पंडित केशवानंद ने 1944 में लाहौर विश्वविद्यालय से शास्त्री और संस्कृत विशारद की प्राप्त की उपाधि
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहां
सिरमौर जिला के पच्छाद उपमंडल स्थित प्राचीन भुरेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित केशवानंद शर्मा ने सोमवार सुबह ( 25 नवंबर 2024) को अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर ली है। उनका जन्म 1930 में उपमंडल पच्छाद के गांव पुजारली में स्वर्गीय नेक राम के घर पर हुआ था। उनके दादा स्व. भूरिया राम भुरेश्वर महादेव के माननीय पुजारी थे।
पंडित केशवानंद ने 1944 में लाहौर विश्वविद्यालय से शास्त्री और संस्कृत विशारद की उपाधि प्राप्त की। वे संस्कृत के मूर्धन्य विद्वान, पुराण व रामायण के प्रख्यात वक्ता और रुद्री, गीता व सप्तशती के विशेष ज्ञाता थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन लोक सेवा और धार्मिक कार्यों को समर्पित कर दिया। उनकी विद्वत्ता और समाज सेवा के लिए क्षेत्र में उन्हें गहरा सम्मान प्राप्त था। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय धर्म प्रचार, लोक सेवा और शिक्षा को समर्पित किया।
उन्होंने भुरेश्वर देवता के इतिहास को अपने पोते डॉ. मनोज शर्मा से लिखवाया और प्रपौत्र सत्यव्रत शर्मा को भागवत दीक्षा पूरी कराई। चार पीढ़ियों के साथ एक साथ कर्मकांड करने का गौरव उन्हें प्राप्त हुआ। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। पंडित केशवानंद ने कठिन परिस्थितियों में भी अपनी धार्मिक परंपरा और संस्कृति को जीवित रखा। उनका सादा जीवन और उच्च विचार सभी के लिए प्रेरणा स्रोत रहे। क्षेत्र के धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
उनके निधन से न केवल भुरेश्वर महादेव मंदिर बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। श्रद्धांजलि देने वालों में सैकड़ों लोग शामिल हो रहे है, उनकी साधना, सेवा और योगदान को याद किया जा रहा है।