विभाग द्वारा इन दो सरकारी बस रूटों को घाटे का कारण बता कर किया गया बंद
परिवहन विभाग द्वारा करीब 25 वर्षों से एक मात्र दिन में चलने वाले सराहाँ –परवाणु वाया ढंगयार के इस बस रूट को बंद कर 6 पंचायतों के हजारों लोंगों व स्कूली बच्चों की बढ़ाई परेशानी, कई किलोमीटर पैदल चल कर स्कुल पहुंच रहे बच्चे
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ
जिला सिरमौर के उपमंडल पच्छाद के सब बस डिपो सराहाँ के अंतर्गत आने वाले हिमाचल पथ परिवहन निगम की दो बस रूटों को सरकार द्वारा बंद कर दिया गया है। यह बस रूट सराहाँ –परवाणू वाया ढंगयार तथा सराहाँ – नारायणगढ़ आते हैं जिन्हें निगम द्वारा बंद कर दिया गया है।
बता दें कि इन दो बस रूटों में बस रूट सराहाँ –परवाणू वाया ढंगयार पिछले करीब 25 वर्षों से चला हुआ है। इस बस रूट से पच्छाद के घिन्निघाड़ क्षेत्र की 6 पंचायतों को सीधे लाभ मिला रहा था। लेकिन अब बस रुत को बंद किया गया है जिससे इस दुर्गम क्षेत्र के हजारों लोंगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सुबह साढ़े 6 बजे सराहाँ से चलने वाली बस रूट से करीब 5 स्कूलों के बच्चों को इसकी सुविधा मिल रही थी। लेकिन अब इस बस के बंद होने से दर्जनों स्कूली बच्चों को तो भारी दिक्कतें आ गयी हैं वहीँ 6 पंचायतों के लोंगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
आपको बता दें कि दिन का केवल यह एक मात्र बस रूट है जो सराहाँ से परवाणु की तरफ जाता है। हालाँकि ढंगयार से सराहाँ के लिए सरकारी बस के अलावा निजी बस रूट भी है लेकिन सराहाँ से परवाणु की तरफ केवल एक ही बस थी जो सरकार द्वारा बंद कर स्कूली बच्चों के साथ साथ उन गरीब लोंगों को भी परेशानी में डाल दिया जो केवल बस से ही आवागमन किया करते थे।
क्षेत्रवासी कमल नागवान, भगवान सिंह, अंजना नागवान, मेरा देवी, सुषमा देवी, शेर सिंह, रामकिशन, ओमाप्रकाश, विनय शर्मा, गीता सिंह, बलदेव सिंह, हेमराम सहित सैंकड़ों लोंगों का कहना है कि इस बस के बंद होने से उनके बच्चों को स्कूल जाने के लिए अब भारी मुश्किल हो गयी है। इनका कहना है कि साधन सम्पन्न लोग तो निजी वाहनों से भी आ जा सकते हैं लेकिन क्षेत्र की सबसे गरीब आबादी तो सरकारी बस पर ही निर्भर है। सरकार द्वारा इसे बंद करना सरासर गरीबों के साथ अन्याय है। लोंगों ने मांग की है कि सरकार इस बस रूट को जल्द बहल करे ताकि यहाँ के जरूरतमंद लोंगों को इसकी सुविधा मिला सके। वहीँ दुसरी बस सराहाँ – नारायणगढ़ को भी बहल किया जाये ताकि इस क्षेत्र लोंगों को इसकी सुविधा मिला सके।
उधर इस सन्दर्भ में जब क्षेत्रीय प्रबंधक नाहन राकेश कुमार से बात की गयी तो उन्होंने बताया की सराहाँ के इन दो बस रूटों को तुरंत बंद करने के आदेश उन्हें उच्चाधिकारियों से मिले थे जिसके बाद इन दो रूटों को बंद किया गया है। उनका कहना है कि इन रूटों पर निगम को घाटा हो रहा था जिस कारण इन्हें बंद करने का निर्णय लिया गया है।